प्रोजेक्ट बक्सवाहा – बुंदेलखंड के अमेज़न पर ख़तरा

  जावेद अनीस  पृथ्वी सभी इंसानों की ज़रुरत पूरी करने के लिए पर्याप्त संसाधन प्रदान करती है, लेकिन लालच पूरा करने के लिए नहीं. (महात्मा […]

पर्यावरणीय प्रभाव का अध्ययन अधिसूचना 2020: औद्योगिक हितों को तरजीह

  नेसार अहमद पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के तहत देश में विभिन्न परियोजनाओं को पर्यावरण, वन एवं मौसम बदलाव मंत्रालय से पर्यावरणीय अनुमति (environmental  clearance-EC/environmental […]

उदारीकरण के दौर में मजदूर

जावेद अनीस 1991 से शुरू हुए आर्थिक सुधारों के 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं, इन 25 सालों के दौरान देश की जीडीपी तो खूब […]

रिसर्जेंट राजस्थान – आशा और चिंताएं

नेसार अहमद       वाइब्रेन्ट गुजरात, प्रोग्रेसिव पंजाब, रिसर्जेंट राजस्थान, इमर्जींग केरला, इन्वेस्ट कर्नाटका……   भारतीय राज्यों में देशी विदेशी निवेशकों को अपने यहां निवेश करने के लिये […]

भूमि अधिग्रहण कानून में बदलाव की नाकाम कोशिश: किसानों व आदिवासीयों की जीत

नेसार अहमद पिछले 30 वर्षो में पहली बार लोकसभा में पुर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई भाजपा सरकार को संसद के भीतर और बाहर […]

पंचायत में नारी : पंचायती राज संस्थाओं में महिला आरक्षण के प्रभाव

  मैं लडूंगी, जीतूंगी और आगे बढूंगी जावेद अनीस  “इस बार सरपंच पद अनारक्षित महिला वर्ग का है, कई उम्मीदवार होंगें, मैं भी एक उम्मीदवार हूँ, […]

विश्व स्तर पर तेज हो रही विकास की बहस

 भारत डोगराविश्व विकास की दृष्टि से वर्ष 2015 का एक विशिष्ट महत्त्व है। यह वर्ष सन् 2000 में तय किए गए मिलेनियम विकास लक्ष्य प्राप्त […]

जमीन लूट की गारंटी देता भूमि अधिग्रहण अध्यादेश

ग्लैडसन डुंगडुंग देश में तथाकथित विकास परियोजनाओं के द्वारा विस्थापित लोगों के लिए मुआवजा, पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना की मांग को लेकर लम्बे समय से चले […]